गुरूजी के यहाँ एक कुत्ता है। उसका नाम डॉगी है। डॉगी जापानी स्पिट्ज नस्ल का सुन्दर कुत्ता है। उसका रंग सफ़ेद है, केवल आँखें और नाक काली है। उसका मुँह जापानी कित्सुने जैसा है वह पॉमेरेरियन से थोड़ा ऊँचा है। उसका मुँह काफी बड़ा है। उसकी गर्दन पर शेर जैसे बाल हैं। उसकी पूँछ गुलदस्ते की तरह है। वह छोटे कद का खूंखार कुत्ता है। वह बलवान है और काफी तेज दौड़ता है। अपरिचित आदमी के लिए वह खतरनाक है। डॉगी को खेलना बहुत पसन्द है। वह खूब खेलता है। कभी अभि जी के साथ खेलता हैं, कभी आशू जी या सोनू जी के साथ।
परिवार के सभी लोग डॉगी को प्यार करते हैं, पर डॉगी को सब लोग पसन्द नहीं हैं। आशू जी से उसका अजीब रिश्ता है। आशू जी के साथ खेलता भी है और उनको गुर्राता भी है। डॉगी को कैलि पसन्द नहीं है, जबकि कैलि को डॉगी बहुत पसन्द है। मैं भी डॉगी से प्यार करती हूँ। पहले डॉगी मेरे साथ खेलता है, जब मन नहीं होता, तब वह गुर्राता है। डॉगी की बंदर और बिल्ली से दुश्मनी है। जब डॉगी बंदर या बिल्ली को देखता है, तो पागल हो जाता है। वह उनके पीछे भागता है।
डॉगी को चेन में बंधे रहना पसन्द नहीं है। लेकिन जब नीति जी कहतीं है – “बज्जी (बाजार ) जाओगे?” तो डॉगी बहुत खुश होता है। क्योंकि जब वह बाजार जाता है तो वह चेन पहनता है। जब मैं गुरूजी से हिन्दी पढ़ती हूँ। तो डॉगी हमेशा गुरूजी के पास बैठा रहता है। इसलिए डॉगी को हिन्दी आती है। न केवल हिन्दी, उसको सब भाषाएँ आती हैं, डॉगी सफेद है, इसलिए जल्दी गन्दा हो जाता है। हर रविवार को नीति जी उसे साबुन लगाकर नहलाती हैं। वह बहुत मुश्किल से नहाता है। केवल नीति जी ही उसको नहला सकती हैं।
कुत्ते मांसाहारी होते हैं। डॉगी शाकाहारी कुत्ता है। उसका मुख्य भोजन दूध, दही चावल और रोटी है। उसको फल बहुत पसन्द हैं। वह सेब, केला, तरबूज, पपीता, आदि शौक से खाता है। उसको आम सबसे अधिक पसंद है। वह बादाम, अखरोट, और मूँगफली फोड़कर मनुष्यों की तरह खाता है। लेकिन उसकी एक गन्दी आदत है। वह दूसरे कुत्तों की तरह खाने पर टूट नहीं पड़ता। वह खाना लेकर बैठा रहता है, जब दो-एक लोगों पर गुर्रा लेता है, तब खाना खाता है। वह कई बार दौड़ा कर चूहे को पकड़ लेता है। लेकिन चूहे को खाता नहीं है। विदेशियों को विश्वास नहीं होता कि कुत्ता भी शाकाहारी हो सकता है, और वह भी इतना स्वस्थ।
डॉगी को फ़ोटो खिंचाना बहुत पसन्द है। वह कैमरा देखकर समझ जाता है और फिर फ़ोटो के लिए कई पोज देता है। डॉगी के फ़ोटो का एक एलबम है, जिसके अधिकांश फ़ोटो विदेशियों ने खींचे हैं, डॉगी दोनों पैरों पर खड़ा हो जाता है और दोनों हाथ जोड़कर नमस्ते, नमस्ते करता है। ऐसा है मेरे भारतीय गुरूजी का जापानी कुत्ता – डॉगी।